टोंक जिला सामान्य ज्ञान
उपनाम - नवाबों की नगरी, राजस्थान का लखनऊ
टोंक जिला बेराठ प्रदेश का हिस्सा है।
1817 ई ईस्ट इंडिया कंपनी से संधि के बाद यशवंत होलकर से अमीर खां पिंडारी को यह रियासत मिली।
टोंक रियासत के संस्थापक अमीर खां पिंडारी है। यह राजस्थान की एकमात्र मुस्लिम रियासत थी।
चौरासी - टोंक में बोली जाने वाली भाषा
टोडारायसिंह
यह नगर रायसिंह द्वारा बसाया गया है। रायसिंह के महल भी यही स्थित है।
संत पीपा जी की गुफा टोडा रायसिंह में स्थित है।
मुबारक महल
मुबारक महल टोंक में स्थित है। ईद के अवसर पर इस महल में ऊंट की बलि दी जाती थी। अब राजस्थान सरकार ने ऊंट वध पर रोक लगा दी है।
हाथी भाटा
टोंक जिले में गुमानपुरा गांव में दो चट्टानों को उखेरकर हाथी की मूर्तियां बनाई गई है।
सुनहरी कोठी
सुनहरी कोठी टोंक जिले में स्थित है। इसे शीशमहल भी कहते है। इस दो मंजिला महल का निर्माण अमीर खां पिंडारी ने कराया तथा इसको पूर्ण वजिरुदोला ने कराया था। सुनहरी कोठी की दीवारों तथा छतो पर कांच, रत्न जड़ित सोने की बेल बुटिया तथा मीनाकारी आकर्षण का केंद्र है।
वनस्थली विद्यापीठ
वनस्थली विद्यापीठ महिला शिक्षा संस्था है यह टोंक जिले के निवाई में स्थित है। इसका नाम शांता बाई शिक्षा कुटीर था जो बाद में वनस्थली विद्यापीठ कर दिया गया।
इसकी स्थापना 1935 में हुई थी। इसकी स्थापना राजस्थान के प्रथम मुख्यमंत्री हीरालाल शास्त्री ने की थी।
अविकानगर (टोंक)
केंद्रीय भेड़ व ऊन अनुसंधान केन्द्र अविकानगर टोंक में स्थित है। यहां पर भेड़ों में अच्छी किस्म की ऊन तैयार की जाती है। इस संस्थान में संकर प्रजनन के माध्यम से अविशास्त्र ओर अविकालिन नाम से दो भेड़ों की नस्ल तैयार की गई।
कसरे इल्म
इसकी स्थापना 1978 में हुई थी । इसका वर्तमान में नाम मौलाना अब्दुल कलाम आजाद अरबी फारसी शोध संस्थान है। इसे साहित्य सेवियो की तीर्थ स्थली कहते है। यहां पर दुर्लभ पुस्तकों का भण्डार हैं।
राजमहल टोंक
यह महल बनास, डाई व खारी नदियों के संगम पर स्थित महल है।
बनास नदी
टोंक जिले की सबसे बड़ी नदी बनास है। बनास नदी के किनारे बीसलपुर बांध स्थित है। बीसलपुर बांध से टोंक, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर जिलों में पेयजल की आपूर्ति होती हैं
डिग्गी कल्याण जी का मंदिर
डिग्गी कल्याण जी का मंदिर मालपुरा टोंक में है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है।
देवधाम जोधपुरीया - यह पर देवनारायण जी मेला भरता हैं
महत्वपूर्ण तथ्य
नेकचाल तालाब का शहीद स्मारक - देवली टोंक
सालिम सिंह की दह - टोंक
राजस्थान का टाटा नगर - रेढ़
कंकोड़ का किला - कनकपुरा टोंक
नमदा व बीड़ी उद्योग - टोंक
हाड़ी रानी की बावड़ी - टोंक
सरडा रानी की बावड़ी - टोंक
टोरडी सागर बांध - टोंक
गलवा बांध - टोंक
पचेवर का किला - टोंक
मिल्क चिलिंग प्लांट - मालपुरा टोंक
चारबेंत शैली टोंक की प्रसिद्ध है इसके प्रवतक करीम खां थे।
चारबेंत शैली टोंक की प्रसिद्ध है इसके प्रवतक करीम खां थे।
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