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Thursday 4 June 2020

प्रतापगढ़ जिला सामान्य ज्ञान

               प्रतापगढ़ जिला सामान्य ज्ञान

प्रतापगढ़ जिला दर्शन
प्रतापगढ़ जिला


                    प्रतापगढ़ जिला दर्शन

उपनाम - राजस्थान का कांठल, मालव प्रदेश, राजस्थान की राधानगरी
राजस्थान का सबसे नया जिला प्रतापगढ़ है। प्रतापगढ़ को जिला बनाने की घोषणा 2007-08 में हुई थी। परमेशचंद्र कमेटी की सिफारिश पर प्रतापगढ़ को जिला बनाने की घोषणा हुई। 26 जनवरी 2008 को प्रतापगढ़ राजस्थान का 33 वा जिला बना।
प्रतापगढ़ को नया जिला उदयपुर, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा जिलों को तोड़कर बनाया गया।
प्रतापगढ़ जिले के निम्न सीमा लगती है
उत्तर पश्चिम - उदयपुर
उत्तर - चित्तौड़गढ़
पूर्व में - मध्यप्रदेश
दक्षिण पश्चिम - डूंगरपुर/बांसवाड़ा

प्रतापगढ़ जिले में पांच तहसील सम्मिलित हुई।
प्रतापगढ़ - चित्तौड़गढ़ जिले की तहसील
छोटी सादड़ी - चित्तौड़गढ़ जिले की तहसील
अरनोद - चित्तौड़गढ़ जिले की तहसील
पीपलखूंट - बांसवाड़ा जिले की उपतहसील
धरियावाद - उदयपुर जिले की तहसील
प्रतापगढ़ जिले को उदयपुर संभाग में सम्मिलित किया गया

प्राचीन डोडेरिया का खेड़ा नामक गांव के स्थान पर महाराणा प्रताप ने 1698 ई में प्रतापगढ़ को बसाया था। यह प्राचीन में देवगढ़ राज्य कहलाता था। प्रतापगढ़ माही नदी के किनारे होने के कारण कांठल क्षेत्र कहलाया।

थेवा कलां - हरे पर शीशे पर सोने की नक्काशी या कलाकृति। प्रतापगढ़ जिले का सोनी परिवार थेवकला के लिए प्रसिद्ध है। थेवा कलां के प्रवर्तक नाथु जी सोनी है। नाथु जी सोनी को थेवा कलां के कारण भारत सरकार सम्मानित भी कर चुकी है।

सीतामाता अभ्यारण्य
सीतामाता अभ्यारण्य की स्थापना 2 जनवरी 1979 को हुई थी। यह अभ्यारण्य तीन जिलों उदयपुर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ में फैला है। सीतामाता अभ्यारण्य चीतलों की स्वर्गभूमी कहलाती है, सीतामाता अभ्यारण्य उड़न गिलहरी के लिए प्रसिद्ध है। हिमालय के बाद दुर्लभ वनस्पतियों का प्रमुख केन्द्र सीता माता अभ्यारण्य है। इसी अभ्यारण्य से करमोई नदी का उदगम होता है तथा लव कुश नामक दो जल स्रोत है। सीता माता अभ्यारण्य में चोसिंगा पाए जाते हैं जिन्हें स्थानीय भाषा में भडेल कहते है।

जाखम बांध परियोजना
जाखम बांध जाखम नदी पर बना हुआ है। यह राजस्थान का सबसे ऊंचा बांध है। जाखम बांध 81 मीटर ऊंचा बांध है

देवगढ़ परियोजना 
राज्य की दूसरी बड़ी पवन ऊर्जा परियोजना देवगढ़ में स्थित है।

काकाजी की दरगाह
यह बोहरा सम्प्रदाय का प्रमुख केंद्र है। यह कांठल का ताजमहल कहलाता है।

                    महत्वपूर्ण तथ्य


गोतमेश्वर महादेव मंदिर - यह मंदिर अरनोद तहसील में स्थित है। गोटमेश्वर मेले का आयोजन वैशाख पूर्णिमा को होता है।

भंवरमाता का मंदिर - भंवर माता का मंदिर भंवर की पहाड़ियों में स्थित है इन्हीं पहाड़ियों से जाखम नदी का उदगम होता है।

सलीम शाही सिक्के - प्रतापगढ़
उदयविलास महल - प्रतापगढ़
तरल हिंग का सर्वाधिक उत्पादन प्रतापगढ़ में होता है।
पोट की बावड़ी - प्रतापगढ़
घोटार्सी अभिलेख - प्रतापगढ़
जानागढ़ का किला - इस किले का निर्माण मालवा के शहजादे जानाआलम ने कराया था।

1 comment:

thanks


rajasthan gk

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