राजस्थान जिला दर्शन - दौसा
आज की इस पोस्ट में हम दौसा जिला दर्शन , दौसा जिले में स्थित मंदिर , प्रमुख स्थान, प्रमुख बांध के बारे में पढ़ेंगे।
दौसा क्षेत्र में कच्छवाहा राज्य के संस्थापक दुल्हेराय ने लगभग 1137 ई में बड़गुर्जरों को हराकर शासन स्थापित किया था।
दौसा देवगिरी की पहाड़ी पर स्थित है। कच्छावो राजपूतों की पहली राजधानी दौसा ही थी।
ढूंढाड़ राज्य की प्रथम राजधानी दौसा थी। राजा नल की संतति ने ढूंढाड़ राज्य की स्थापना की थी।
स्वतंत्रता के बाद 10 अप्रैल 1991 में दौसा को जिला बनाया गया। इसका क्षेत्रफल 3432 है। दौसा जिला जयपुर की चार तहसीलों दौसा, सिकराय ,बसवा व लालसोट को अलग कर के बनाया गया। 15 अगस्त को सवाई माधोपुर की महुआ तहसील को दौसा में मिलाया गया।
आलुदा
यह गांव खादी वस्त्र उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। आजादी के फहराया जाने वाला पहला झंडा यही बना था।
आलुदा
यह गांव खादी वस्त्र उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। आजादी के फहराया जाने वाला पहला झंडा यही बना था।
लवान की दरिया
लवाण की दरिया दौसा की प्रसिद्ध है। लवाण गांव में विकसित दरी उद्योग बुनाई व रंगाई के लिए प्रसिद्ध है।
सोमनाथ का मंदिर
दौसा में स्थित प्राचीन शिव मंदिर जीर्ण अवस्था में है।
गुप्तेश्वर महादेव मंदिर
यह मंदिर लालसोट मार्ग पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर है।
नीलकंठ महादेव मंदिर
इस प्राचीन शिवालय पुर्ननिर्माण करवाकर बनाया गया।
तुंगा सम्मेलन
27 जुलाई 1787 को मराठों को राजस्थान से भगाने के लिए प्रतापसिंह के नेतृत्व में एकत्रित हुए।
मेहंदीपुर बालाजी
दो पहाड़ियों के मध्य होने के कारण इसे घाटा मेहंदीपुर भी कहते है। यहां पर हनुमान जी के बाल रूप की पूजा होती है।
हर्षत माता का मंदिर
यह मंदिर आभानेरी दौसा में स्थित है। यह मन्दिर प्रतिहारकालीन शैली का वैष्णव संप्रदाय का मंदिर है।
दौसा का किला
दौसा का किला देवगिरी की पहाड़ी पर स्थित है यह सूप की आकृति का है। इस दुर्ग का निर्माण गुर्जर प्रतिहार राजाओं ने करवाया था।
महत्वपूर्ण तथ्य
बंजारो की छतरी - दौसा
गीजगढ़ का किला - दौसा
भांडारेज की बावड़ी - भांडारेज
सेंथल बांध - दौसा
माधोसागर बांध - दौसा
यूरेनियम के भण्डार - बोरोदा क्षेत्र
हेला ख्याल - लालसोट दौसा
आभानेरी बावड़ी - दौसा
आलुदा का बुबानिया कुंड - आलूदा दौसा
रेडियो बांध - दौसा
यह भी देखें - जयपुर जिला दर्शन
टोंक जिला दर्शन
भीलवाड़ा जिला दर्शन
मेहंदीपुर बालाजी
दो पहाड़ियों के मध्य होने के कारण इसे घाटा मेहंदीपुर भी कहते है। यहां पर हनुमान जी के बाल रूप की पूजा होती है।
हर्षत माता का मंदिर
यह मंदिर आभानेरी दौसा में स्थित है। यह मन्दिर प्रतिहारकालीन शैली का वैष्णव संप्रदाय का मंदिर है।
दौसा का किला
दौसा का किला देवगिरी की पहाड़ी पर स्थित है यह सूप की आकृति का है। इस दुर्ग का निर्माण गुर्जर प्रतिहार राजाओं ने करवाया था।
महत्वपूर्ण तथ्य
बंजारो की छतरी - दौसा
गीजगढ़ का किला - दौसा
भांडारेज की बावड़ी - भांडारेज
सेंथल बांध - दौसा
माधोसागर बांध - दौसा
यूरेनियम के भण्डार - बोरोदा क्षेत्र
हेला ख्याल - लालसोट दौसा
आभानेरी बावड़ी - दौसा
आलुदा का बुबानिया कुंड - आलूदा दौसा
रेडियो बांध - दौसा
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टोंक जिला दर्शन
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