जोधपुर जिला सामान्य ज्ञान
जोधपुर जिला
- जोधपुर शहर की स्थापना राव जोधा ने 12 मई 1459 ई को की थी
- इसे सूर्यनगरी और नीला नगर भी कहा जाता हैं
- मंडोर मारवाड़ राजाओं की पूर्व की राजधानी थी
- मंडोर बाग - जोधपुर जिले का सबसे बड़ा बाग है
- यहां 33करोड़ देवी देवताओं की साल स्थित है
- एक थंबा महल - प्रहरी मीनार भी कहते है इसका निर्माण महाराजा अजीतसिंह ने करवाया
- अजित सिंह की छतरी - मंडोर
- मेहरानगढ़ - इसे मयुरधवज , गढ़चिंतामणि नाम से जाना जाता है यह दुर्ग चिड़िया टूंक की पहाड़ी पर स्थित है
- इस किले में महाराजा बख्तसिंह द्वारा निर्मित श्रंगार चोकी स्थित है अन्य फूलमहल, मोतीमहल है
- इस दुर्ग के बारे में रुडयार्ड किपलिंग ने कहा कि यह मानव द्वारा निर्मित नहीं देवताओं और स्वर्ग की अप्सरा द्वारा बनाया गया है इस दुर्ग में शंभूबान , किलकिला, गजनी बान प्रसिद्ध तोप स्थित है
- जसवंत थडा - मेहरानगढ़ के पास में ही जसवंत थडा है यह संगमरमर से बना हुआ है इसे राजस्थान का ताजमहल भी कहते हैं , इसका निर्माण महाराजा जसवंत सिंह जी द्वितीय की याद में महाराजा सरदार सिंह जी बनाया था
- घंटाघर - इसे क्लॉक टॉवर भी कहते हैं इसे महाराजा सरदार सिंह जी ने बनाया था
- उम्मेद पैलेस - इसे छीतर पैलेस भी कहते है इसका निर्माण महाराजा उम्मेद सिंह जी ने 1928-29 में करवाया था यह पैलेस अकाल राहत के समय बनने वाली पहली इमारत है इस पैलेस में घड़ियों का संग्रहालय स्थित है
- अजित भवन - देश की प्रथम हैरिटेज होटल है
- उम्मेद उद्यान - महाराजा उम्मेद सिंह द्वारा निर्मित
- कायलाना झील - यह झील जोधपुर शहर के पेयजल का प्रमुख स्रोत है इसका निर्माण 1872 ई में प्रताप सिंह ने करवाया था इसके किनारे पर बिजोलाई का महल स्थित हैं
- तुंवर जी का झालरा - इस बावड़ी का निर्माण महाराजा अभय सिंह जी की रानी तुंवर ने करवाया था
- गुलाब सागर - मेहरान गढ़ की तलहटी में स्थित जलाशय और इसके पास ही गुलाब सागर का बच्चा नाम से छोटा जलाशय है
- आईमाता - आई माता का मंदिर बिलाड़ा में स्थित है यह सीरवी समाज की कुल देवी है इसके मदिर के दीपक से केसर टपकता है इसके मंदिर को दरगाह कहते है और थान को बढ़ेर कहते है
- राव मालदेव - हशमत वाला बादशाह , मालदेव को 52 युद्ध का विजेता कहा जाता है
- राव चंद्रसेन - भुला बिसरा नायक , मारवाड़ का महाराणा प्रताप
- राई का बाग पैलेस - जसवंत सिंह की प्रथम रानी घड़ी जी द्वारा 1663 में निर्मित
- सच्चीयाय माता का मंदिर - ओसियां में स्थित ओसवालों की कुल देवी यह मंदिर गुर्जर प्रतिहार शैली से निर्मित है
- संबोधी धाम - कायलाना झील के निकट जैन धर्म का मंदिर
- जय नारायण व्यास - राजस्थान के तीसरे मुख्यमंत्री को धुन के धनी के नाम से जाना जाता है इन्हे राजस्थान का शेर और लोकनायक भी कहते है
- जोधपुरी कोट पैंट को राष्ट्रीय पोशाक का दर्जा दिया गया है
- प्रमुख मेले
शीतला माता का मेला
बालिनाथ का मेला
वीरपुरी का मेला - मंडोर
धिंगा बेंत मार मेला - जोधपुर
महत्वपूर्ण तथ्य
- राज्य में मिट्टी की प्रथम प्रयोगशाला - जोधपुर
- देश का दुसरा आयुर्वेद विश्वविद्यालय - जोधपुर
- कृष्ण मृग अभ्यारण्य - धावडोली अभ्यारण्य
- जिंक से बना हुआ ठन्डे पानी का पात्र - बादला
- ईसबगोल शोध संस्थान - मंडोर
- सुर्ख लाल मिर्च के लिए प्रसिद्ध जगह - मथानिया
- राज्य की पहली पुलिस यूनिवर्सिटी - जोधपुर
- राजस्थान उच्च न्यायालय - जोधपुर
- अजित सिंह की छतरी - मंडोर
- देश का एकमात्र वृक्ष मेला - खेजडली
- राजस्थान का प्रथम ऑनलाइन न्यायालय - जोधपुर
- अफीम से मनुहार करने की प्रथा - रियान
- राजस्थान का प्रथम अश्व प्रजनन केंद्र - बिलाड़ा
- राज्य का कोयले पर आधारित प्रथम बिनलीघर - बाप
- राज्य का प्रथम स्पाइस पार्क - जोधपुर
- नाथ सम्प्रदाय का मंदिर - महामंदिर इसे 84 खंबो का मंदिर भी कहते है
- काला गोरा भेरो मंदिर - मंडोर
- तनापीर की दरगाह - मंडोर
- राजस्थान संगीत नाटक अकादमी - जोधपुर (1957)
- राजस्थान प्राच्य विद्या संस्थान - जोधपुर
- भारत प्रोद्यौगिकी संस्थान आईआईटी - जोधपुर
- केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान केंद्र - काजरी जोधपुर
- शुष्क वन अनुसंधान संस्थान - आफ़री जोधपुर
- भारत का टाइगर मेन - कैलाश सांखला
Good job
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